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कई अर्थशास्त्री जता चुके चिंता क्योंकि भारत में टैक्स चुकाने वाले 2 करोड़ से कम!

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भारत देश में टैक्स चुकाने वाले 2 करोड़ से कम!

कई अर्थशास्त्री जता चुके चिंता क्योंकि भारत में टैक्स चुकाने वाले 2 करोड़ से कम :-

भारत की कुल आबादी में मात्र 6% ही टैक्सपेयर है, जबकि अमेरिका में 60% टैक्सपेयर है।

केंद्र सरकार को मात्र 1.5 करोड़ टैक्सपेयर्स के दम पर ही इनकम टैक्स कलेक्शन करना पड़ रहा है भारत देश के इनकम टैक्स कलेक्शन में 48% हिस्सेदारी मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों की ही है।

भारत देश में टैक्स देने वालों की संख्या :-

भारत देश में एक करोड़ से ज्यादा टैक्स देने वालों की संख्या मात्र 5 हजार के लगभग है।

1 लाख रुपए से ज्यादा टैक्स देने वालों की संख्या : 30,08,033

1 लाख से 10 लाख रुपए के बीच टैक्स देने वालों की संख्या : 27,93,463

10 लाख से 50 लाख रुपए तक टैक्स देने वालों की संख्या : 1,96,535

50 लाख से 1 करोड़ रुपए टैक्स देने वालों की संख्या : 12,963

1 करोड़ रुपए से ज्यादा टैक्स देने वालों की संख्या : 5,072

भारत देश में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाला राज्य :-

देश में सबसे ज्यादा टैक्स भरने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है क्योंकि उत्तर प्रदेश कुल टैक्स का 18% हिस्सा देता है।

केंद्र सरकार द्वारा टैक्स कलेक्शन में राज्यों के हिस्से से 10.21 लाख करोड़ रुपए आते हैं। जिसमें उत्तर प्रदेश 1.8 लाख करोड़ रूपए यानी 18% की हिस्सेदारी के साथ पहले नम्बर पर है। बिहार की 10%, मध्यप्रदेश की 8% और महाराष्ट्र-राजस्थान की 6% - 6% की हिस्सेदारी है।

हर साल 11% की रफ्तार से बढ़ रहे हैं करोड़पति :-

वित्त मंत्री द्वारा राज्यसभा में दिए जवाब के अनुसार साल 2021-22 में 10 लाख से लेकर एक करोड़ रुपए तक कुल इनकम वाले लोग 77 लाख हो गए।

वेल्थ हुरुन इंडिया-2021 की रिपोर्ट के अनुसार देश में एक साल के अंदर 7 करोड़ से ज्यादा संपत्ति वाले 11% बढ़कर 4.58 लाख हो गए।

भारत देश में महज 6% टैक्सपेयर हैं, जिनमें भी 5.5% पर शून्य टैक्स है। 2020-21 में आखिरी बार सार्वजनिक हुए आंकड़ों के अनुसार देश की कुल 132 करोड़ की आबादी में 8.22 करोड़ टैक्सपेयर थे। जिसमे से 7.5 करोड़ शून्य टैक्स के दायरे में थे। वहीं, एक बड़ी आबादी मोटी कमाई करने के बावजूद भी कोई टैक्स नहीं चुका रही। न सिर्फ सरकार बल्कि कई अर्थशास्त्री भी इस पर चिंता जता चुके हैं।

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