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ध्वजारोहण व शोभा यात्रा के साथ हुआ ढाई द्वीप पंचकल्याणक का शुभारंभ! |
ध्वजारोहण व शोभा यात्रा के साथ हुआ ढाई द्वीप पंचकल्याणक का शुभारंभ :-
श्री कुन्दकुन्द कहान दिगम्बर जैन शासन प्रभावना ट्रस्ट इन्दौर द्वारा आध्यात्मिक सत्पुरुष श्रीकानजीस्वामी के पुण्य प्रभावना योग में निर्मित विश्व की अद्वितीय रचना तीर्थधाम ढाईद्वीप जिनायतन का श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट जयपुर के कुशल निर्देशन में आरम्भ हुआ। प्रथम दिन गर्व कल्याणक की पूर्व भूमिका के रूप में मनाया गया, जिसमें प्रारंभ में श्रीमती सृष्टी यशजी जैन, श्रीमती सोनल - मुकेशजी परिवार, इन्दौर धर्म ध्वज फहराकर पंचकल्याण का शुभारम्भ किया । उक्त जानकारी देते हुए प्रतिष्ठा के महामंत्री डॉ. एस पी भारिल्ल व मनीष अजमेरा ने बताया कि प्रतिष्ठा मण्डप उद्घाटन कमल, साकेत, सहज बड़जात्या परिवार मुम्बई ने किया। प्रतिष्ठा मंच उद्घाटन श्रीमती आशा- नरेश नम्रता - आकिन्चन लुहाडिया परिवार दिल्ली द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्रीमती कमलप्रभा बड़जात्या परिवार इंदौर ने आचार्य धरसेन, श्रीमती सुषमा ध.प. कैलाशचन्द्र छाबड़ा परिवार मुम्बई ने आचार्य कुन्दकुन्द श्री पद्मकुमार विकास वैभव वरुण पहाड़िया परिवार इंदौर ने आचार्यकल्प पण्डित टोडरमलजी पण्डित शिखरचंद संजय राजीव, आलोक जैन परिवार विदिशा द्वारा आध्यात्मिक सत्पुरुष श्रीकानजीस्वामी के चित्र का अनावरण किया गया । पंच कल्याणक के निर्देशक डॉ. संजीवकुमारजी गोधा व प्रमोद पहाड़िया ने बताया कि प्रातः मंगलगायन एवं जिनेन्द्र पूजन के पश्चात् भव्य रथ यात्रा एवं मंगल कलश शोभा यात्रा ढाईद्वीप जिनायतन से प्रारंभ होकर तीर्थंकर के जन्मस्थल अयोध्या नगर के द्वार पर पहुंची। दोपहर में इंद्र प्रतिष्ठा व याग मंडल विधान भी संपन्न हुआ। याग मंडल विधान भी संपन्न हुआ। तदोपरान्त आध्यात्मिक सत्पुरुष श्री कानजीस्वामी के सी.डी प्रवचन का प्रसारण किया गया। रात्रि में अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त विद्वान तत्त्ववेत्ता डॉ. हुकमचंदजी भारिल्ल के प्रवचन में तात्विक चर्चा हुई।
पश्चात् पण्डित अभयकुमारजी एवं संजयजी शास्त्री के निर्देशन में इन्द्रसभा व राज्यसभा दिखाई गई 156 कुमारियों के नृत्य के उपरान्त मरूदेवी माता को दिखे 16 स्वपनों के मनोहर दृश्य दिखाए गए। प्रतिष्ठाचार्य अभिनंदन शास्त्री ने बताया कि प्रतिष्ठा मण्डप की वेदी पर विधि अध्यक्ष श्री जिनेन्द्र भगवान डॉ. अशोकजी पलाश-पर्युलजी जैन इंदौर के किए। नान्दी विधान एवं वेदी पर मंगल कलश स्थापना श्रीमती कुसुमलताजी पाटनी इन्दौर ह ने, वेदी पर जिनवाणी विराजमान श्रीमती ऋतु - डॉ. अशोक जैन, कृति जैन, सौम्या जैन परिवार इंदौर ने तथा श्री यागमण्डल विधान आमंत्रणकर्ता, उद्घाटन एवं मुख्य मंगल कलश विराजमानकर्ता श्रीमती भारतीबेन विजयभाई जैन परिवार दादर, मुम्बई ने किया।