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प्रवासियों के जाने पर बेटी की विदाई की तरह भावुक हुए शिवराज मामा! |
प्रवासियों के जाने पर बेटी की विदाई की तरह भावुक हुए शिवराज मामा!
इंदौर में 17 वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था। जो कि तीन दिवसीय आयोजन था। एनआरआई सम्मेलन के अंतर्गत मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान माननीय मुख्यमंत्री जी भावुक होते हुए नजर आए।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पिछले 3 दिन में इंदौर एक रूप हो गया था। हमारे इंदौर में बेटी के विवाह की तरह इस सम्मेलन की तैयारियां हो रही थी। जिस तरह बेटी की विदाई होने पर तकलीफ होती है, वैसी ही तकलीफ आज महसूस कर रहा हूं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रवासी भारतीयों से आह्वान किया कि मध्यप्रदेश को न भूलें। अगले 2 दिन ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हो रही है, इसमें भी निवेश के उद्देश्य से हिस्सेदारी करें। शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि Friend of MP portal से जुड़ कर प्रवासी भारतीय मध्यप्रदेश के दोस्त बन सकते हैं। भले ही प्रवासी भारतीय मध्यप्रदेश में निवेश करें अथवा न करें पर वर्ष में एक बार जरूर भारत आएं।
शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर को स्वच्छता और स्वाद की राजधानी कहां है।
भारत देश का फूट बॉस्केट बना मध्य प्रदेश :-
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदेशी मेहमानों को बताया कि मध्य प्रदेश की विकास दर 19.76% है, जो कि देश में सर्वाधिक है। भारत देश की अर्थव्यवस्था में मध्यप्रदेश का योगदान 3.6% से बढ़कर 4.6% हो गया है। मध्य प्रदेश भारत का फूड बॉस्केट बन गया है।
गेहूं उत्पादन में मध्य प्रदेश ने पंजाब को पीछे छोड़ दिया है, साथ में मध्य प्रदेश का गेहूं गुणवत्ता में भी बहुत अच्छा है और चावल आदि मध्य प्रदेश के अन्य उत्पाद भी अपनी पहचान बना रहे हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी भारतीयों को पर्यटन सुविधाओं के बारे में भी विस्तार से बताया, साथ में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सभी प्रवासी भारतीय इंदौर की यादों को लेकर विदा हो रहे हैं। ऐसे में मन कहता है कि 'जब तुम चले जाओगे, तो याद बहुत आओगे।' मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे जोड़ा 'तुम बिन लगेगा राजवाड़ा सूना और सराफा सूना, सूना तुम बिन लगेगा ये हृदयघट सूना।'
आप अभी भी घूम कर ही जाना, एक दम से मत चले जाना। आपको मैं चीते दिखाने फरवरी में बुलाऊंगा....।
मन यह सोचकर भारी हो रहा है कि आप चले जाओगे! अरे... यहीं रूक जाओ!
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरा मन आज भाव-विभोर है, आनंद और प्रसंन्नता से भरा हुआ है, लेकिन दिल के एक कोने में उदासी भी छा रही है। तीन दिन तक इंदौर आपसे एक रूप हो गया। जिस तरह बेटी की शादी की तैयारी होती है, उसी तरह इंदौर का स्वागत, सत्कार…लेकिन जब बेटी की विदाई होती है तो फिर मन में तकलीफ भी होती है। तीन दिन आनंद, उत्सव और उमंग के, तीन दिन कैसे कट गए पता ही नहीं चला। और अब मन सोच कर भारी हो रहा है कि आप चले जाओगे, अरे यहीं रह जाओ ना..जो बात इस जगह है कहीं पर नहीं है।
मुसाफिर हो तुम, मुसाफिर हैं हम भी, फिर किसी मोड़ पर मुलाकात होगी....