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| YouTube Shorts Monetization vs Long Video Monetization: कौन है ज्यादा फायदे वाला? |
YouTube Shorts Monetization vs Long Video Monetization: कौन है ज्यादा फायदे वाला?
YouTube आज के समय में कंटेंट क्रिएटर्स के लिए सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है, जहां लाखों लोग अपनी वीडियोस के जरिए अच्छी कमाई कर रहे हैं। लेकिन जब बात आती है YouTube Shorts Monetization और Long Video Monetization की, तो कई क्रिएटर्स के मन में सवाल होता है कि कौन सा तरीका ज्यादा लाभदायक है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि YouTube Shorts और Long Videos की Monetization कैसे होती है, इनके फायदे और नुकसान क्या हैं, और कौन सा विकल्प आपके लिए बेहतर हो सकता है।
YouTube Shorts क्या है?
YouTube Shorts एक नया फीचर है जो TikTok और Instagram Reels की तरह छोटे, 60 सेकंड तक के वीडियो बनाने की सुविधा देता है। Shorts को खास तौर पर मोबाइल यूजर्स के लिए डिजाइन किया गया है ताकि वे जल्दी-जल्दी वीडियो देख सकें और कंटेंट क्रिएटर्स को ज्यादा दर्शक मिल सकें।
YouTube Shorts Monetization कैसे होती है?
YouTube Shorts की Monetization पारंपरिक Long Videos से कुछ अलग है। कुछ मुख्य बिंदु हैं:
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Shorts Fund: YouTube ने एक Shorts Fund लॉन्च किया है, जिसमें मासिक एक करोड़ डॉलर से ज्यादा का फंड कंटेंट क्रिएटर्स को दिया जाता है। ये पैसा उन क्रिएटर्स को मिलता है जिनके Shorts सबसे ज्यादा वायरल होते हैं।
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Ad Revenue Sharing नहीं: फिलहाल YouTube Shorts में पारंपरिक एड रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल लागू नहीं है। इसका मतलब है कि आप Shorts पर सीधे एड नहीं चला पाते, इसलिए एड से कमाई सीमित होती है।
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Brand Sponsorship और Affiliate Marketing: Shorts पर आप ब्रांड्स के साथ काम कर सकते हैं या एफिलिएट लिंक के जरिए पैसा कमा सकते हैं।
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Subscriber Growth: Shorts के जरिए आप जल्दी subscribers बढ़ा सकते हैं, जो आपके Long Videos की भी मदद करता है।
Long Video Monetization कैसे होती है?
Long Videos यानि 8 मिनट या उससे ज्यादा लंबी वीडियोस पर YouTube का मुख्य Monetization मॉडल लागू होता है:
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Ad Revenue Sharing: Long Videos पर YouTube आपके वीडियो में एड लगाता है और एड रेवेन्यू का लगभग 55% क्रिएटर को देता है।
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Multiple Ad Formats: आप वीडियो में प्री-रोल, मिड-रोल, और पोस्ट-रोल एड्स लगा सकते हैं, जिससे आपकी कमाई बढ़ती है।
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Channel Memberships और Super Chat: Long Videos के जरिए चैनल की एनगेजमेंट बढ़ती है, जिससे आप मेंबरशिप और लाइव चैट में भी पैसे कमा सकते हैं।
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Sponsored Content और Merchandise: Long Videos पर ब्रांड्स के साथ स्पॉन्सरशिप डील्स और मर्चेंडाइज प्रमोशन बेहतर होते हैं।
YouTube Shorts और Long Video Monetization के बीच तुलना
| पहलु | YouTube Shorts | Long Videos |
|---|---|---|
| Monetization मॉडल | Shorts Fund, Sponsorship | Ad Revenue, Sponsorship, Membership |
| Video Length | 15 सेकंड से 60 सेकंड तक | 8 मिनट या उससे ज्यादा |
| एड प्लेसमेंट | नहीं (फिलहाल) | प्री-रोल, मिड-रोल, पोस्ट-रोल |
| Viewer Engagement | जल्दी वायरल होने की संभावना | लंबे समय तक दर्शकों का ध्यान |
| Subscriber Growth | तेज़, ज्यादा ऑर्गेनिक ट्रैफिक | धीमा लेकिन स्थिर और गुणवत्ता वाला |
| कमाई की संभावना | सीमित, फंड पर निर्भर | ज्यादा, एड रेवेन्यू पर आधारित |
| ब्रांड डील्स | छोटे वीडियो के लिए सीमित | बेहतर, ज्यादा प्रभावी |
कौन सा विकल्प ज्यादा फायदे वाला है?
यह पूरी तरह आपके कंटेंट और दर्शकों पर निर्भर करता है। अगर आप तेजी से ऑडियंस बनाना चाहते हैं और ट्रेंडिंग में रहना चाहते हैं, तो YouTube Shorts एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर आप स्थिर और ज्यादा आय चाहते हैं, तो Long Videos बेहतर हैं क्योंकि इनसे अधिक एड रेवेन्यू, स्पॉन्सरशिप और अन्य आय के स्रोत खुलते हैं।
YouTube Shorts Monetization के फायदे
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तेजी से वायरल होने की संभावना: छोटे वीडियो आसानी से शेयर होते हैं और वायरल होते हैं।
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कम प्रोडक्शन खर्च: Shorts बनाने में कम समय और मेहनत लगती है।
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अधिक ऑर्गेनिक व्यूज: Shorts सेक्शन में ज्यादा ट्रैफिक होता है।
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YouTube Shorts Fund: शुरुआत में क्रिएटर्स को बोनस मिलता है।
Long Videos Monetization के फायदे
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स्ट्रॉंग एड रेवेन्यू: Long Videos पर एड्स से अच्छी कमाई होती है।
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लंबे समय तक दर्शकों का ध्यान: कंटेंट ज्यादा एंगेजिंग और इनफॉर्मेटिव होता है।
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डायरेक्ट चैनल मोनेटाइजेशन: सुपर चैट, चैनल मेंबरशिप, मर्चेंडाइज।
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ब्रांड डील्स के ज्यादा मौके।
निष्कर्ष
YouTube Shorts और Long Videos दोनों के Monetization मॉडल में फायदे-नुकसान हैं। Shorts तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं और नए क्रिएटर्स के लिए एक बेहतरीन स्टार्टिंग पॉइंट हैं। वहीं Long Videos चैनल की स्थिरता और ज्यादा आमदनी के लिए जरूरी हैं। यदि आप लंबे समय तक YouTube पर कमाई करना चाहते हैं, तो दोनों फॉर्मेट का सही संतुलन बनाना ज़रूरी है।
अगर आप YouTube Shorts और Long Video Monetization को समझकर सही रणनीति अपनाएंगे, तो निश्चित ही आपका चैनल तेजी से ग्रो करेगा और अच्छी कमाई करेगा।
