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आजादी का अमृत महोत्सव 2025 | Azadi Ka Amrit Mahotsav, हर घर तिरंगा अभियान और ध्वज संहिता

आजादी का अमृत महोत्सव 2025 | Azadi Ka Amrit Mahotsav, हर घर तिरंगा अभियान और ध्वज संहिता, अभय कुमार जैन, Abhay Kumar Jain
आजादी का अमृत महोत्सव 2025 | Azadi Ka Amrit Mahotsav, हर घर तिरंगा अभियान और ध्वज संहिता

आजादी का अमृत महोत्सव | Azadi Ka Amrit Mahotsav 2025

आजादी का अमृत महोत्सव भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष का उत्सव है। जानें हर घर तिरंगा अभियान, ध्वज संहिता, और इस ऐतिहासिक पर्व का महत्व।

आजादी का अमृत महोत्सव क्या है?

आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) भारत सरकार की एक ऐतिहासिक पहल है, जो भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाया गया। इस महोत्सव की शुरुआत 12 मार्च 2021 को हुई थी और यह 15 अगस्त 2023 तक चला।

यह उत्सव उन स्वतंत्रता सेनानियों और भारतीय नागरिकों को समर्पित है जिन्होंने भारत की आज़ादी और विकास में अहम भूमिका निभाई।

👉 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के अनुसार,

  • आज़ादी का अमृत महोत्सव स्वतंत्रता की ऊर्जा का प्रतीक है।
  • यह स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की प्रेरणा का अमृत है।
  • यह आत्मनिर्भर भारत और सुशासन के संकल्प का पर्व है।

आजादी का अमृत महोत्सव की प्रमुख पहलें

1. हर घर तिरंगा अभियान

भारत सरकार ने हर घर तिरंगा (Har Ghar Tiranga) अभियान शुरू किया ताकि हर नागरिक अपने घर पर तिरंगा फहरा सके।

  • सब्सिडी दर पर राष्ट्रीय ध्वज उपलब्ध कराया गया।
  • लोगों को 13–15 अगस्त 2022 तक अपने घरों पर तिरंगा लगाने का आग्रह किया गया।
  • "सेल्फी विद फ्लैग" और वर्चुअल फ्लैग पिनिंग जैसे डिजिटल अभियान चलाए गए।

2. जनभागीदारी और कार्यक्रम

  • देशभर में सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैलियां, कार्निवल और प्रदर्शनी आयोजित की गईं।
  • राज्यों और शहरों ने अपने-अपने स्तर पर स्वतंत्रता दिवस के उत्सव आयोजित किए।

3. ध्वज संहिता 2002 में संशोधन

भारत सरकार ने 2021 और 2022 में Flag Code of India में बदलाव किए:

  • अब राष्ट्रीय ध्वज पॉलिएस्टर, मशीन से बने कपड़े से भी बनाया जा सकता है।
  • राष्ट्रीय ध्वज को 24x7 यानी दिन-रात फहराने की अनुमति दी गई।

भारतीय ध्वज संहिता (Flag Code of India 2002) की मुख्य बातें

  • राष्ट्रीय ध्वज का आकार हमेशा आयताकार (3:2 अनुपात) होगा।
  • ध्वज को सम्मान की स्थिति में रखना अनिवार्य है।
  • क्षतिग्रस्त या अव्यवस्थित ध्वज का प्रदर्शन प्रतिबंधित है।
  • केवल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल आदि ही वाहनों पर ध्वज लगा सकते हैं।
  • ध्वज का उपयोग पोशाक, सजावट या विज्ञापन में नहीं किया जा सकता।

आजादी का अमृत महोत्सव क्यों महत्वपूर्ण है?

  1. यह स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने का अवसर है।
  2. यह देशवासियों को राष्ट्र के प्रति कर्तव्य और जिम्मेदारी का एहसास कराता है।
  3. यह "आत्मनिर्भर भारत" और "भारत 2.0" की दिशा में जागरूकता लाता है।
  4. यह भारतीय संस्कृति और उपलब्धियों का वैश्विक मंच पर प्रदर्शन है।

FAQs – आजादी का अमृत महोत्सव और हर घर तिरंगा अभियान

प्रश्न 1. आजादी का अमृत महोत्सव कब शुरू हुआ और कब तक चला?
उत्तर: यह 12 मार्च 2021 से 15 अगस्त 2023 तक चला।

प्रश्न 2. हर घर तिरंगा अभियान का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: लोगों में देशभक्ति की भावना जगाना और तिरंगे से व्यक्तिगत जुड़ाव को बढ़ाना।

प्रश्न 3. क्या अब हम रात में भी तिरंगा फहरा सकते हैं?
उत्तर: हाँ, ध्वज संहिता में संशोधन के बाद दिन-रात तिरंगा फहराने की अनुमति है।

प्रश्न 4. राष्ट्रीय ध्वज का अनुपात क्या होना चाहिए?
उत्तर: 3:2 (लंबाई:चौड़ाई)।

प्रश्न 5. क्या हर कोई अपनी कार पर राष्ट्रीय ध्वज लगा सकता है?
उत्तर: नहीं, यह अधिकार केवल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल जैसे गणमान्य व्यक्तियों को है।

प्रश्न 6. राष्ट्रीय ध्वज को नष्ट करने का सही तरीका क्या है?
उत्तर: क्षतिग्रस्त ध्वज को गरिमा के साथ व्यक्तिगत रूप से जलाकर या उचित विधि से नष्ट करना चाहिए।

निष्कर्ष

आजादी का अमृत महोत्सव सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि यह हर भारतीय के लिए गर्व और देशभक्ति का पर्व है। "हर घर तिरंगा" अभियान ने तिरंगे को घर-घर तक पहुँचाया और लोगों में राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान और जुड़ाव बढ़ाया।

👉 यह पहल हमें याद दिलाती है कि स्वतंत्रता सिर्फ एक उपहार नहीं बल्कि जिम्मेदारी भी है, जिसे हमें संजोकर रखना है।

Abhay Kumar Jain

Abhay Kumar Jain

Empowering HNIs & Corporates with Tailored Investment Strategies.
Helping Clients with IPOs, Algo Trading & Portfolio Growth.

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