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मुलायम जी का अंतिम संस्कार |
मुलायम जी का अंतिम संस्कार : Mulayam ji's funeral :-
मुलायम सिंह यादव का मंगलवार को उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया है मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव ने सैफई के मेला ग्राउंड पर मुलायम सिंह यादव के पार्थिव देह को मुखाग्नि दी।
मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनकी पार्थिव देह को उनकी पहली पत्नी मालती के मेमोरियल के पास बने प्लेटफार्म पर रखा गया था।
मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है।
मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में कई राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और पूर्व मंत्री भी पहुंचे तथा मुलायम सिंह यादव के बेहद करीब माने जाने वाले अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन और अभिषेक बच्चन की मां जया बच्चन की शामिल हुई।
भारत के उद्योगपति अनिल अंबानी ने भी मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन किया।
मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह के अंतिम संस्कार के समय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे।
अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे योगगुरु बाबा रामदेव :-
मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन के लिए योगगुरु बाबा रामदेव भी मौजूद रहे।
बारिश के बीच रातोंरात बना प्लेटफॉर्म :-
मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई में अंतिम संस्कार किया गया है मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई के मेला ग्राउंड में अंतिम संस्कार के लिए प्लेटफार्म बनाया गया था।
बारिश के बीच लगभग 50 मजदूरों ने रातोंरात 30x30 फीट का प्लेटफॉर्म खड़ा किया। या प्लेटफार्म मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी मालती देवी के मेमोरी यस के करीब ही बनाया गया था।
मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी मालती देवी का 2003 में देहांत हो गया था।
कार्यकर्ताओं ने लगाया नारा - नेताजी अमर रहें!
मुलायम सिंह यादव का मेदांता में सोमवार सुबह 8:16 पर निधन हो गया था उसके बाद मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह को सैफई लाया गया। जो कि नेताजी का पैतृक गांव है।
मुलायम सिंह यादव, जो कि नेताजी के नाम से जाने जाते हैं उनके घर पर हजारों कार्यकर्ता जमा हो गए।
हजारों कार्यकर्ताओं ने रात से लेकर सुबह तक नारे लगाए- नेताजी अमर रहें।
सुबह होते ही मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह को मेला ग्राउंड में लाया गया जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन कर सके। मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन के लिए लाखों की तादात में लोग मेला ग्राउंड पहुंचे और नेताजी की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन किए।