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Adani Group पर बड़े-बड़े दिग्गज बैंकों का भरोसा कायम, कंपनी के डॉक्यूमेंट से बड़ा खुलासा! |
Adani Group पर बड़े-बड़े दिग्गज बैंकों का भरोसा कायम, कंपनी के डॉक्यूमेंट से बड़ा खुलासा :-
अडानी ग्रुप (Adani Group) पर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने स्टॉक मैनिपुलेशन (stock manipulation) और अकाउंटिंग फ्रॉड (accounting fraud) जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने उक्त आरोप लगाते हुए 24 जनवरी को यह रिपोर्ट जारी की थी। हालांकि अडानी ग्रुप (Adani Group) ने उक्त आरोपों से इंकार कर दिया है लेकिन फिर भी अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों की हालत पतली चल रही है। अडानी ग्रुप (Adani Group) के खिलाफ कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) जांच कर रही है। इसके अलावा सेबी (SEBI) सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश पर अडानी ग्रुप (Adani Group) के सौदों की जांच कर रही है।
कंपनी डॉक्यूमेंट के मुताबिक अदाणी ग्रुप (Adani Group) लगातार अपने लॉन्ग टर्म डेट पोर्टफोलियो को डाईवर्सिफाई कर रहा है। इसने अन्य स्रोतों के जरिए पूंजी जुटाकर बैंकों का एक्सपोजर कम किया है।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) के झटके से अडानी ग्रुप (Adani Group) अभी तक पूरी तरह से उबर नहीं पाया है। हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप (Adani Group) लगातार निवेशकों के भरोसे को बनाए रखने के लिए कोशिशें कर रहा है।
अडानी ग्रुप (Adani Group) के लिए अच्छी खबर निकलकर सामने आई हैं कि यूरोपीय यूनियन और जापान समेत दुनिया के कई दिग्गज बैंकों ने अडानी ग्रुप (Adani Group) पर भरोसा जताया है। अडानी ग्रुप (Adani Group) के एक डॉक्यूमेंट के मुताबिक हॉन्ग कॉन्ग से लेकर न्यूयॉर्क तक रोडशो में ग्रुप ने core earnings (मुख्य कमाई) में सालाना 20 फीसदी की ग्रोथ हासिल करने और डेट पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करने की प्रतिबद्धता जताई हैं। जिससे कारण यूरोपीय यूनियन और जापान समेत दुनिया के कई दिग्गज बैंकों ने अडानी ग्रुप (Adani Group) पर भरोसा जताया है।
ऐसे में मित्सुबिशी यूएफजी फाइनेंशियल ग्रुप (MUFG), सुमीटोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC), स्टैंडर्ड चार्टर्ड, बार्कलेज, ड्यूश बैंक, कंसोर्टियम लेंडर बैंकों ने एक बार फिर अदाणी ग्रुप (Adani Group) पर अपना भरोसा दिखाया है। हालांकि रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह खुलासा नहीं हो पाया है कि बैंकों ने किस तरीके से अपने भरोसे को दिखाया है।
Adani Group ने क्या-क्या कदम उठाए हैं :
कंपनी डॉक्यूमेंट के मुताबिक अदाणी ग्रुप (Adani Group) लगातार अपने लॉन्ग टर्म डेट पोर्टफोलियो को डाईवर्सिफाई कर रहा है। इसने अन्य स्रोतों के जरिए पूंजी जुटाकर बैंकों का एक्सपोजर कम किया है। वर्तमान समय में अडानी ग्रुप (Adani Group) पर टोटल कर्ज का 39 फीसदी कर्ज बॉन्ड्स के रूप में है, 29 फीसदी वैश्विक बैंकों से लिया गया है और 32 फीसदी भारतीय सरकारी-निजी बैंकों से लिया गया है। अडानी ग्रुप (Adani Group) को अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए 250 करोड़ डॉलर (20.5 हजार करोड़ रुपये) के शेयरों की बिक्री करनी पड़ी। एसबीआई (SBI) समेत देश के बाकी सरकारी बैंकों ने अडानी ग्रुप (Adani Group) को दिए कर्ज पर कोई चिंता नहीं जताई है। साथ मे उनका कहना है कि अडानी ग्रुप (Adani Group) की वित्तीय स्थिति अच्छी है और अगर अडानी ग्रुप (Adani Group) को जरूरत पड़ी तो इसे फिर कर्ज दिया जा सकता है। जो कि अडानी ग्रुप (Adani Group) के लिए अच्छी ख़बर है।
जांच का करना पड़ रहा है सामना :
अडानी ग्रुप (Adani Group) पर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने स्टॉक मैनिपुलेशन (stock manipulation) और अकाउंटिंग फ्रॉड (accounting fraud) जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने उक्त आरोप लगाते हुए 24 जनवरी को यह रिपोर्ट जारी की थी। हालांकि अडानी ग्रुप (Adani Group) ने उक्त आरोपों से इंकार कर दिया है लेकिन फिर भी अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों की हालत पतली चल रही है। अडानी ग्रुप (Adani Group) के खिलाफ कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) जांच कर रही है। इसके अलावा सेबी (SEBI) सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश पर अडानी ग्रुप (Adani Group) के सौदों की जांच कर रही है।