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द्वितीयक बाजार (Secondary Market) क्या होता है? |
द्वितीयक बाजार (Secondary Market) क्या होता है?
द्वितीयक बाजार, जिसे अंग्रेजी में 'Secondary Market' कहा जाता है, वित्तीय बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ परिसंपत्तियों की खरीददारी और बेचदारी की जाती है जिन्हें पहले ही जनता के द्वारा खरीद लिया गया है। द्वितीयक बाजार का मुख्य उद्देश्य लोगों को विभिन्न प्रकार की परिसंपत्तियों में निवेश करने और उनकी परिसंपत्तियों को बेचने का माध्यम प्रदान करना है।
द्वितीयक बाजार के महत्वपूर्ण पहलु:
1. निवेश का अवसर:
द्वितीयक बाजार व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार की परिसंपत्तियों में निवेश करने का अवसर प्रदान करता है, जैसे कि स्टॉक्स, बॉन्ड्स, म्यूचुअल फंड आदि।
2. पूंजीपतियों को लाभ:
द्वितीयक बाजार में पूंजीपतियों को उनकी परिसंपत्तियों को बेचकर लाभ कमाने का माध्यम मिलता है।
3. वित्तीय परिसंपत्तियों का पुनर्निवेशन:
द्वितीयक बाजार में परिसंपत्तियों को बेचकर निवेशक उन पैसों को फिर से अन्य परिसंपत्तियों में निवेश कर सकते हैं।
4. वित्तीय संरचना का सुधार:
द्वितीयक बाजार के माध्यम से वित्तीय संरचना में सुधार होता है और पूंजीपतियों को वित्तीय विकल्पों की विविधता मिलती है।
5. आर्थिक विकास की गति:
द्वितीयक बाजार के माध्यम से उद्यमिता और नवाचार को आगे बढ़ाने का माध्यम प्राप्त होता है, जिससे आर्थिक विकास होता है।
द्वितीयक बाजार (Secondary Market) के प्रकारः
1. स्टॉक बाजार : Stock Market
इसमें कंपनियों के स्टॉक्स (शेयर) खरीद और बेचे जाते हैं।
2. बॉन्ड बाजार : Bond Market
इसमें सरकारी और गैर-सरकारी बॉन्ड्स खरीद और बेचे जाते हैं।
3. कमोडिटी बाजार : Commodity Market
इसमें कमोडिटिज खरीद और बेचे जाते हैं, जैसे कि गहुआ, सोना, तेल आदि।
4. म्यूचुअल फंड और ETF बाजार : Mutual Fund & ETF Market
इसमें म्यूचुअल फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) खरीद और बेचे जाते हैं।
द्वितीयक बाजार (Secendary Market) का कामकाज और प्रक्रिया:
द्वितीयक बाजार (Secendary Market) में परिसंपत्तियों की खरीद-बेच की प्रक्रिया सामान्यतः ब्रोकर या वित्तीय संस्था के माध्यम से होती है। व्यक्ति जो खरीददारी करना चाहता है, उन्हें एक ब्रोकर के पास आवश्यक दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होती है और फिर वे ब्रोकर के माध्यम से खरीददारी करते हैं।
द्वितीयक बाजार (Secendary Market) का महत्त्व:
द्वितीयक बाजार (Secendary Market) एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ परिसंपत्तियों की खरीददारी और बेचदारी होती है जिन्हें पहले ही निवेशकों द्वारा खरीद लिया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य निवेशकों को निवेश करने और बेचने का माध्यम प्रदान करना है और इसके माध्यम से वित्तीय संरचना में सुधार होता है और आर्थिक विकास की गति बढ़ती है।