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IPO vs FPO: Difference, Meaning, Process & Key Benefits Explained (2025 Guide)

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IPO vs FPO: Difference, Meaning, Process & Key Benefits Explained (2025 Guide)

📘 IPO vs FPO: Difference, Meaning, Process & Key Benefits Explained

IPO vs FPO: जानिए Initial Public Offering (IPO) और Follow-on Public Offering (FPO) में क्या अंतर है। इस लेख में हम इनके meaning, process, फायदे-नुकसान और निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण बातें समझेंगे।

इस लेख में हम यह जानेंगे:  IPO vs FPO 

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शेयर मार्केट में निवेश करने वाले हर व्यक्ति ने IPO (Initial Public Offering) और FPO (Follow-on Public Offering) शब्द जरूर सुना होगा। लेकिन अक्सर लोगों को इन दोनों में अंतर समझने में दिक्कत होती है। इस लेख में हम IPO और FPO की पूरी जानकारी, इनका प्रोसेस, फायदे-नुकसान और निवेशकों के लिए कौन बेहतर है, यह विस्तार से समझेंगे।

🔹 IPO (Initial Public Offering) क्या है?

IPO का मतलब होता है जब कोई कंपनी पहली बार पब्लिक से पैसा जुटाने के लिए अपने शेयर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट कराती है।

  • उद्देश्य: बिज़नेस एक्सपैंशन, कर्ज चुकाना, नए प्रोजेक्ट्स में निवेश।
  • प्रक्रिया:
    1. कंपनी SEBI से approval लेती है।
    2. DRHP (Draft Red Herring Prospectus) फाइल होता है।
    3. Book building या fixed price method से IPO लाया जाता है।
    4. शेयर allotment के बाद कंपनी लिस्ट हो जाती है।

👉 IPO से कंपनी को नया कैपिटल मिलता है।

🔹 FPO (Follow-on Public Offering) क्या है?

FPO तब लाया जाता है जब कोई पहले से listed कंपनी अतिरिक्त फंड जुटाने के लिए दोबारा शेयर जारी करती है।

  • उद्देश्य: बिज़नेस विस्तार, कर्ज कम करना, working capital बढ़ाना।
  • प्रक्रिया:
    1. केवल पहले से listed कंपनी ही FPO ला सकती है।
    2. Existing shareholders और नए investors को शेयर ऑफर होते हैं।
    3. FPO भी book building या fixed price method से होता है।

👉 FPO से कंपनी को अतिरिक्त फंड मिलता है।

📊 IPO vs FPO – मुख्य अंतर (Comparison Table)

पॉइंट IPO (Initial Public Offering) FPO (Follow-on Public Offering)
मतलब पहली बार शेयर पब्लिक को ऑफर करना पहले से लिस्टेड कंपनी का अतिरिक्त शेयर ऑफर करना
उद्देश्य कैपिटल जुटाना, बिज़नेस शुरू/विस्तार करना एक्सपैंशन, कर्ज चुकाना, working capital
जोखिम ज़्यादा (नई कंपनी पर भरोसा करना पड़ता है) कम (कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड मौजूद)
प्राइसिंग ज़्यादातर डिस्काउंटेड/प्रॉमिसिंग कंपनी की परफॉर्मेंस पर आधारित
निवेशकों के लिए हाई रिस्क, हाई रिवार्ड लो रिस्क, स्टेबल रिटर्न

🔹 IPO के फायदे और नुकसान

✅ फायदे

  • शुरुआती निवेश पर बड़े मुनाफे का मौका।
  • कंपनी ग्रोथ में सीधे साझेदार बनने का अवसर।
  • लिस्टिंग गेन से शॉर्ट-टर्म प्रॉफिट।

❌ नुकसान

  • नई कंपनी पर रिस्क अधिक।
  • IPO oversubscription की वजह से allotment ना मिलना।
  • लिस्टिंग के बाद शेयर प्राइस गिरने का खतरा।

🔹 FPO के फायदे और नुकसान

✅ फायदे

  • पहले से listed कंपनी पर भरोसा।
  • कंपनी का financial data पहले से available।
  • IPO के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित।

❌ नुकसान

  • लिस्टिंग गेन कम।
  • नए शेयर आने से existing shareholders की holding dilute होती है।
  • हमेशा शेयर प्राइस attractively priced नहीं होते।

🔹 निवेशकों के लिए कौन बेहतर? (IPO vs FPO)

  • अगर आप हाई रिस्क लेकर बड़े मुनाफे की तलाश में हैं → IPO आपके लिए बेहतर हो सकता है।
  • अगर आप सेफ और भरोसेमंद निवेश चाहते हैं → FPO ज्यादा सही ऑप्शन है।

👉 समझदारी यही है कि IPO और FPO दोनों को company fundamentals देखकर ही चुनें।

📌 निष्कर्ष (Conclusion)

IPO और FPO दोनों का उद्देश्य कंपनियों के लिए फंड जुटाना है, लेकिन दोनों की प्रकृति अलग है। IPO नए निवेशकों को शुरुआत से कंपनी में पार्टनर बनने का मौका देता है, जबकि FPO पहले से established कंपनी में कम रिस्क के साथ निवेश का विकल्प है।

❓ FAQs – IPO vs FPO

Q1. IPO और FPO में सबसे बड़ा अंतर क्या है?
👉 IPO पहली बार शेयर ऑफर करना होता है जबकि FPO पहले से listed कंपनी द्वारा नया शेयर जारी करना।

Q2. क्या FPO ज्यादा सुरक्षित है?
👉 हां, क्योंकि कंपनी का पिछला ट्रैक रिकॉर्ड available होता है।

Q3. क्या IPO में हमेशा listing gain मिलता है?
👉 नहीं, कई बार IPO लिस्टिंग के बाद गिर भी जाता है।

Q4. क्या हर company FPO ला सकती है?
👉 केवल वही company FPO ला सकती है जो पहले से stock exchange पर listed हो।

Q5. Long-term investor के लिए IPO या FPO कौन बेहतर है?
👉 Long-term investors के लिए FPO सुरक्षित माना जाता है, लेकिन strong fundamentals वाली IPO company भी multi-bagger बन सकती है।

Abhay Kumar Jain

Abhay Kumar Jain

Empowering HNIs & Corporates with Tailored Investment Strategies.
Helping Clients with IPOs, Algo Trading & Portfolio Growth.

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