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आदतों की ताकत : Power of Habits |
आदतों की ताकत : Power of Habits :-
संसार के सभी व्यक्ति सफल होना चाहते हैं तथा यथासंभव सफल होने के लिए उपाय भी करते हैं। लेकिन अधिकांश व्यक्ति सफल नहीं हो पाते हैं, बल्कि एकांश व्यक्ति ही सफल हो पाते हैं। कहने का मतलब यह है कि..
संसार के सभी प्राणी सुख संपत्ति चाहते हैं तथा यथासंभव उस सुख संपत्ति को प्राप्त करने के लिए उपाय भी करते हैं। लेकिन अधिकांश व्यक्ति सुख संपत्ति युक्त नहीं दिखाई देते हैं, बल्कि एकांश व्यक्ति ही संसार में सुख संपत्ति युक्त दिखाई देते हैं।
अधिकांश व्यक्ति दुनिया में असफल इसलिए होते हैं, क्योंकि उनकी आदतें असफल होती है तथा एकांश व्यक्ति दुनिया में सफल इसलिए होते हैं क्योंकि उनकी आदतें सफल होती है।
वास्तव में कौन व्यक्ति सफल होगा ? और कौन व्यक्ति असफल होगा ? इस बात को हम उस व्यक्ति की आदतों के माध्यम से समझ सकते हैं। क्योंकि सफलता की भी आदतें होती है यह आदतें अपने आप नहीं लगती, बल्कि उन आदतों को आपको जानबूझकर अपने अंदर लानी पड़ती है।
सामान्यतः व्यक्ति जो कुछ करने का आदी हो जाता है, उसे उसकी आदत कहते हैं।
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ध्यान रखना! आपकी आदतें ही आपके भविष्य का निर्धारण करती हैं इसलिए हमें अपनी आदतों को बहुत ही सावधानी पूर्वक बनानी चाहिए।
आपकी आदतें आपकी जिंदगी को बना भी सकती है और आपकी जिंदगी में तबाही भी मचा सकती है। इसलिए हमें अपनी आदतें बहुत ही सावधानी पूर्वक बनानी चाहिए।
आदतों में अद्भुत शक्ति होती है। इसे हम एक उदाहरण के माध्यम से देखते हैं, जो कि इस प्रकार से है...
एक बहुत अच्छे शिक्षक थे और बहुत अच्छे गुरु जी थे।
वह जब भी अपने शिष्यों के लिए ज्ञान देते थे तो वह उस ज्ञान को प्रैक्टिकल करके अपने शिष्यों के लिए देते थे।
एक दिन गुरु जी को अपने शिष्यों के लिए आदतों में अद्भुत ताकत होती हैं। इस विषय पर ज्ञान देना था तो उन्होंने इस ज्ञान को प्रैक्टिकल करके शिष्यों को देना उचित समझा।
एक दिन गुरु जी अपने शिष्यों को साथ लेकर जंगल की ओर गए।
गुरु जी ने छोटे पौधों को देखा और अपने शिष्यों से कहा कि इन पौधों को उखाड़ दो ?
शिष्यों ने उन पौधों को उखाड़ दिया।
गुरुजी जंगल में और आगे गए और फिर उन्होंने थोड़ी और बड़े पौधों को देखा और अपने शिष्यों से कहा कि इन पौधों को उखाड़ दो ?
शिष्यों ने थोड़ी शक्ति लगाई और उन पौधों को उखाड़ दिया।
फिर गुरुजी जंगल में और अंदर गए और फिर उन्होंने वृक्षों को देखा और अपने शिष्यों से कहा कि इन वृक्षों को उखाड़ दो ?
शिष्यों ने कहा गुरुजी इन वृक्षों को हम नहीं उखाड़ सकते ?
गुरुजी ने ज्ञान को देते हुए कहा कि जो आदतें नहीं है, उसे आसानी से उखाड़ा जा सकता है, लेकिन जो आदतें वर्षों की होती हैं, जो आदतें परंपरा, प्रतिष्ठा और अनुशासन बन गई है, उसे कभी नहीं उखाड़ा जा सकता है।
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आदतों में अद्भुत शक्ति होती हैं। इसी बात को सिद्ध करने के लिए भारतीय संस्कृति में एक बहुत ही अच्छा दोहा है जो कि कबीर जी का है..
रसरी आवत जात, सिल पर करत निशान।।
इस दोहे का अर्थ यह है, कि निरंतर अभ्यास करने से एक मुर्ख आदमी भी बुद्धिमान बन सकता है. जिस तरह कुँए की मुडेर पर बार बार रस्सी के घिसने से उस पर निशान पड़ जाते है। ठीक उसी प्रकार यदि व्यक्ति बिना हिम्मत हारे, निरंतर अपने कार्य के प्रति तत्पर्य रहें, तो वह एक ना एक दिन सफलता को जरूर प्राप्त करता है।
यदि हम अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं तो हमें सफलता को प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए
• हद से ज्यादा मेहनत
• बुरी आदतों का त्याग करना
• संघर्ष करने की हिम्मत रखना
• अपने काम पर विश्वास रखना
• धैर्य रखने की काबिलियत
• अपने काम के प्रति जुनून।
ध्यान रहे! सफलता एक दिन में नहीं मिलती है। लेकिन ऊपर दिए गए बिंदुओं के माध्यम से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते जाओगे, तो सफलता एक ना एक दिन जरूर मिलेगी। क्योंकि सफलता वक्त मांगती है।
निरंतरता में अद्भुत ताकत होती हैं।
आपकी वर्तमान काल की आदतें, आपकी वर्तमान काल की Quality तय करती है और आपकी वर्तमान काल की Quality, आपकी भविष्य काल की सफलता की Quantity तय करती है।
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