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संघर्ष की ताकत : Power of Struggle

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संघर्ष की ताकत : Power of Struggle

संघर्ष की ताकत : Power of Struggle :-

वर्तमान समय आधुनिक का समय है हर व्यक्ति आधुनिकता के आधुनिक उपकरणों को अपनाते हुए अपने कार्य को सरल तरीके से करना चाहते हैं और सरल तरीके से काम को करने के तरीके को उत्कृष्ट मानते हुए उसी तरीके से दूसरे भी काम करें इस तरह की प्रेरणा भी देते हुए दिखाई देते हैं।
वास्तव में देखा जाए तो संघर्ष ही जीवन को मूल्यवान बनाता है इसलिए हमें अपने जीवन में संघर्ष को कभी भी नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि व्यक्ति का संघर्ष से जन्म के पहले से ही गहरा संबंध होता है जीव गर्भ में आते ही संघर्ष को झेलता हुआ 9 महीने व्यतीत करता है फिर उसके बाद जन्म लेते हुए असीम संघर्ष को झेलता है
जिंदगी में कठिन परिस्थितियां हमें बर्बाद करने नहीं आती। बल्कि ये कठिन परिस्थितियां हमारे अंदर छिपी हुई ताकत को बाहर निकालने में हमारी मदद करती है कठिन परिस्थितियों को यह जान लेने दो, कि हम उनसे भयभीत नहीं हैं, बल्कि हम उनकी अपेक्षा कई गुना अधिक शक्तिशाली है।
दुनिया की कोई भी परेशानी तब आती है, ताकि उससे ज्यादा मजबूत आप हो सके।
इसे हम एक उदाहरण के माध्यम से देखते हैं..
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         All Out के मालिक ने पूरी ताकत लगाकर All Out को बनाया।
मच्छरों की Meeting बैठ गई। मच्छरों ने कहा कि All Out आ गया, All Out बहुत भारी है, बापू है।
मच्छरों ने संकल्प लिया कि कितनी भी All Out आ जाएं हमें जीवित रहना होगा, हमें संघर्ष करना होगा।
मच्छर की एक पीढ़ी ने संघर्ष किया, फिर दूसरी पीढ़ी All Out पर डांस करने लगी।
All Out के मालिक को Tension हो गया कि इतनी मेहनत से All Out को बनाया था उस पर मच्छर डांस कर रहे है। फिर All Out के मालिक ने All Out में कुछ शोध परीक्षण करके All Out Pro को lonch किया।
फिर All Out के खिलाफ मच्छरों की Meeting हुई, कि अभी संघर्ष जारी है, दुबारा बैठना होगा, दुबारा खड़ा होना होगा क्योंकि सफलता संघर्ष मांगती है। फिर मच्छरों की दूसरी पीढ़ी ने All Out पर डांस किया।
All Out का मालिक फिर Tension में आ गया फिर उसने All Out में शोध परीक्षण करके फिर से All Out को lonch किया।
फिर मच्छरों ने Meeting की।
अनादि काल से इस धरती पर कोई मच्छरों को हरा नहीं सकता। और हम इतने बापू होकर भी मच्छरों से ज्यादा डरते हैं।
विफलताओं से मत डरो, असफलताओं से मत डरो।
जिंदगी की हर एक विफलता और असफलता अगला संघर्ष झेलने की क्षमता देती है।
विफलताएं और असफलताएं आप में power house generate करती है, और आपको आगे बढ़ाने के लिए आती  है।
अगर आप वह पाना चाहते हो, जो आज तक नहीं पाया;
तो आपको वह काम करना पड़ेगा, जो आज तक नहीं किया।
ध्यान रहे! कुदरत देने से पहले आजमाती है।
कुदरत ने जब जब जिस जिस को सफलता दी है, तब तब उस उस को कुदरत ने पहले आजमाया है। यदि कुदरत की परीक्षा में सफल होते हो, तभी कुदरत उसे सफलता की ऊंचाइयां प्रदान करती है।
इसे हम एक उदाहरण के माध्यम से देखते हैं..
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          बाज की आयु 70 वर्ष की होती है, बाज पक्षियों की दुनिया में राजा होता है।
जब दुनिया बादलों से घिरी होती है और बारिश पड़ने पर अपने अपने घोंसले ढूंढती है तब यह बाज बादलों से ऊपर जाकर दुनिया को चौका देता है।
बाज अपने फील्ड का बापू है। 
और हर बापू को बापू होने की कीमत चुकानी पड़ती है।
इस बाज को भी परिवर्तन की आधी से गुजर ना पड़ता है।
जब बाज की आयु 40 वर्ष के लगभग होती है तब बाज जिंदगी के बुरे दौर से गुजरता है।
बाज के नाखून मुड़ जाते हैं, शिकार की संभावना खत्म हो जाती है।
पंख भारी हो जाते हैं, उड़ने की संभावना खत्म हो जाती है। चोंच मुड़ जाती है, शिकार को पकड़ने की संभावना खत्म हो जाती है।
इस प्रकार से बाज की शिकार करने की सारी क्षमताएं खत्म हो जाती है।
40 साल की उम्र और जिंदगी का सबसे बुरा दौर हर बापू ने देखा होता है यह दौड़ आपको भी देखना होगा इसमें जो डर गया, सो मर गया।
बाज को पता होता है, कि उसकी उम्र 70 वर्ष की होती है और वह अभी लगभग 40 वर्ष की उम्र में जिंदगी के सबसे पूरी हालातों से गुजर रहा है।
बाज को बाज बनाए रखने के लिए बाज के पास केवल दो ही रास्ता होते हैं...
पहला वह मृत्यु को स्वीकार कर ले।
और दूसरा संघर्ष करके खुद को Recycle कर ले।
बाज तुरंत दूसरे रास्ते का चयन करते हुए 150 दिन के संघर्ष के process में चट्टानों के ऊपर चला जाता है।
बाज सबसे पहले चोंच को पत्थरों से मार-मार कर अपनी चोंच को तोड़ता है और रक्त रंजित होता हुआ नई चोंच का इंतजार करता है।
नई चोंच आने पर अपनी चोट से अपने पंखों को तोड़ता है और अपनी चोंच से अपने नाखूनों को तोड़ता है।
इस प्रकार बाज रक्त रंजित होता हुआ 150 दिन तक संघर्ष करते हुए खुद को Recycle कर लेता है।
लोग सिर्फ बाज देखते हैं, बाज की आकाश गामिनी उड़ान देखते हैं, लेकिन बाज के रक्त रंजित संघर्ष को नहीं देखते हैं।
यदि हमें भी अपने फील्ड में सबसे उत्कृष्ट बनना है तो हमें भी सबसे अधिक संघर्ष करना होगा। क्योंकि..
जिंदगी में जो किसी संघर्ष से, परिचित नहीं हुआ,
इतिहास गवाह है, वह कभी चर्चित नहीं हुआ।

संघर्ष में अपनी ताकत तलाशने की कोशिश करें।
आप अपने जीवन में संघर्षों को परेशानियां ना माने, बल्कि परेशानियों को अपनी ताकत तलाशने के मौकों के रूप में देखें। आप पाएंगे कि हर संघर्ष को पार करने के बाद आपका व्यक्तित्व काफी अच्छा हो जाएगा।
ध्यान रहे! सफलता तब मिलती है
जब आपके सपने,
आपके बहानों से बड़े हो जाते हैं।

आपकी कल्पना ही आपकी सीमा है।
कहते हैं कि आपको तब तक कोई नहीं रोक सकता जब तक आप अपनी सीमाएं निर्धारित ना कर ले। ऐसे में आपको अपनी कल्पनाओं में हमेशा कुछ बड़ा सोचना चाहिए‌। जिससे कि आपमें कुछ अच्छा करने और आगे बढ़ने की ललक बने रहे।
तितली को भी अपने जीवन के संघर्ष को खुद ही झेलना पड़ता है, तब ही कुदरत उसे खूबसूरती का तोहफा प्रदान करती है।

सफलता के लिए शॉर्टकट नहीं अपनाना चाहिए क्योंकि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, यह सिर्फ संघर्ष से ही मिलती है।
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