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Supertech Twin Tower Demolition | कारण, लागत और खरीदारों का सच |
सुपरटेक ट्विन टावर क्यों गिराया गया? | Supertech Twin Tower Demolition Full Story
Introduction
दिल्ली से महज़ 25 किलोमीटर दूर नोएडा सेक्टर-93A में स्थित Supertech Twin Towers (Apex और Ceyane) देश का सबसे बड़ा बिल्डिंग डिमोलिशन (Building Demolition in India) बन गया।
28 अगस्त 2022 को दोपहर 2:30 बजे, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इन दोनों टावरों को 3700 किलोग्राम बारूद का इस्तेमाल करके गिरा दिया गया।
ये 29 और 32 मंजिला गगनचुंबी इमारतें क्षण भर में मिट्टी में मिल गईं।
इस लेख में यह जानेंगे;
- Supertech Twin Tower Demolition
- Apex and Ceyane Towers Noida
- Illegal Construction in India
- Supreme Court Order Supertech Case
- Real Estate Corruption in India
- Noida Building Demolition Cost
- Flat Buyers Refund Supertech
ट्विन टावर क्यों गिराया गया?
- मूल नक्शे में यहां पार्क और ग्रीन एरिया बनाने की योजना थी।
- बिल्डर कंपनी Supertech Ltd. ने ग्राहकों से पार्क दिखाकर फ्लैट बेच दिए।
- बाद में इस जगह पर अवैध निर्माण कर दिया गया।
- इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसे अवैध ठहराया और सुप्रीम कोर्ट ने डिमोलिशन का आदेश दिया।
- खर्च भी सुपरटेक बिल्डर कंपनी को ही वहन करना पड़ा।
👉 यह घटना भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में भ्रष्टाचार और ग़लत नियत का सबसे बड़ा उदाहरण बन गई।
ट्विन टावर कितने मंजिला था?
- सियाने टॉवर (Ceyane Tower) – 29 मंजिल
- एपेक्स टॉवर (Apex Tower) – 32 मंजिल
- ऊँचाई: 97 और 103 मीटर (कुतुब मीनार – 72.5 मीटर से भी ऊँचा)
ट्विन टावर बनाने में कितनी लागत आई?
- निर्माण लागत: लगभग ₹200–300 करोड़
- समय: लगभग 3 साल
- 4000 टन स्टील और हजारों टन सीमेंट का इस्तेमाल
ट्विन टावर गिराने में कितना खर्च आया?
- 3700 किलो बारूद और 2611 ड्रिल होल्स बनाए गए।
- विध्वंस की लागत: लगभग ₹20 करोड़
- प्रति वर्ग फुट खर्च: ₹267
- कुल क्षेत्रफल: 7.5 लाख वर्ग फुट
ट्विन टावर के मलबे से कितनी कमाई हुई?
- कुल मलबा: लगभग 55,000 टन
- इसमें 4000 टन स्टील शामिल
- स्क्रैप मटेरियल बेचकर लगभग ₹15 करोड़ की रिकवरी
ट्विन टावर और आसपास की सोसाइटीज़
- टावरों के आसपास कुल 6 सोसाइटीज़
- लगभग 3000 से अधिक फ्लैट्स
- सुरक्षा कारणों से डिमोलिशन से पहले सभी परिवारों को हटाया गया
- ब्लास्ट के बाद 300 मीटर तक धूल का गुबार फैला, जो 2 घंटे तक हवा में रहा
फ्लैट खरीदारों का क्या हुआ?
- कुल फ्लैट्स: 950
- बुकिंग: लगभग 711 ग्राहकों ने बुक किए थे
- सुपरटेक ने 652 ग्राहकों का सेटलमेंट कर दिया
- 59 खरीदारों को अभी तक रिफंड नहीं मिला
- सुप्रीम कोर्ट ने 31 मार्च 2022 तक रिफंड देने का आदेश दिया था
FAQs
Q1. Supertech Twin Tower क्यों गिराया गया?
👉 क्योंकि यह अवैध निर्माण था और ग्रीन एरिया की जगह पर बनाया गया था।
Q2. Supertech Twin Tower कितने मंजिला था?
👉 सियाने – 29 मंजिला, एपेक्स – 32 मंजिला।
Q3. ट्विन टावर गिराने में कितना खर्च हुआ?
👉 करीब ₹20 करोड़।
Q4. ट्विन टावर के मलबे से कितनी कमाई होगी?
👉 लगभग ₹15 करोड़ स्टील और अन्य स्क्रैप बेचकर।
Q5. खरीदारों का क्या हुआ?
👉 652 खरीदारों को रिफंड/प्रॉपर्टी दी गई, लेकिन 59 खरीदारों को अभी तक रिफंड नहीं मिला।
Q6. क्या Supertech Builder को ब्लैकलिस्ट किया गया है?
👉 कई प्रोजेक्ट्स पर रोक लगी, और कंपनी की साख को भारी नुकसान पहुंचा।
Conclusion
Supertech Twin Tower Demolition सिर्फ एक बिल्डिंग डिमोलिशन नहीं, बल्कि यह पूरे देश के लिए चेतावनी है।
👉 अगर भ्रष्टाचार और गलत नीयत से निर्माण होगा, तो उसका अंत इसी तरह होगा।
यह घटना बताती है कि भारत में अब कानून और जनता दोनों जागरूक हैं।