वर्तमान समय में संस्कारहीनता के कारण और समाधान | Importance of Moral Values in Modern Life |
वर्तमान समय में संस्कारहीनता के कारण और समाधान
आज के आधुनिक युग में इंसान जितना विकास कर रहा है उतना ही संस्कारों की कमी उसके जीवन में दिख रही है। जानें वर्तमान समय में संस्कारहीन होने के कारण, शिक्षा प्रणाली, पारिवारिक माहौल और Parenting की भूमिका। साथ ही जानें कैसे बच्चों में नैतिक मूल्य (Moral Values) और अच्छे संस्कार डाले जा सकते हैं।
प्रस्तावना
वर्तमान समय में मनुष्य जैसे-जैसे विकास (Development) की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे ही संस्कारों की कमी (Lack of Moral Values) उसके विचारों और आचरण में दिखाई दे रही है। जीवन में असली धन पैसे से नहीं बल्कि अच्छे संस्कारों और नैतिक मूल्यों से मापा जाता है। लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और प्रतिस्पर्धा ने इंसान को संस्कारहीन बना दिया है।
संस्कारहीन होने के प्रमुख कारण
1. विकास बनाम उन्नति
आज का युग विकास का है लेकिन उन्नति (Progress) की कमी है। विकास का मतलब केवल बाहरी सफलता नहीं, बल्कि व्यक्तित्व का उत्थान भी होना चाहिए। जब उन्नति के साथ विकास नहीं होता तो समाज में संस्कारों की कमी होना स्वाभाविक है।
2. शिक्षा में अहंकार की प्रवृत्ति
पहले के लोग अशिक्षित होने पर भी संस्कारी थे। लेकिन आज के लोग शिक्षित होकर भी संस्कारहीन होते जा रहे हैं। आधुनिक शिक्षा प्रणाली (Modern Education System) बच्चों को ज्ञान तो देती है, लेकिन नैतिक शिक्षा (Moral Education) और Character Building को नज़रअंदाज़ कर देती है।
3. माता-पिता का दबाव
आजकल माता-पिता बच्चों को हर क्षेत्र में अव्वल बनाना चाहते हैं। यह दबाव बच्चों की Child Psychology पर असर डालता है। धीरे-धीरे बच्चे केवल खुद के बारे में सोचने लगते हैं और पारिवारिक मूल्यों (Family Values) से दूर होते जाते हैं।
4. शिक्षा प्रणाली की खामियां
आज की शिक्षा प्रणाली Value-based Education की बजाय केवल रोजगार केंद्रित हो गई है। इसमें बच्चों को जीवन जीने की कला और बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करना नहीं सिखाया जाता।
5. संयुक्त परिवार का विघटन
संयुक्त परिवार (Joint Family System) बच्चों के लिए संस्कारों की पहली पाठशाला थी। आज Nuclear Family System के कारण बच्चे दादा-दादी के अनुभवों और संस्कारों से वंचित रह जाते हैं।
6. अहंकार और बड़ों का अपमान
आज के समय में शिक्षा के साथ अहंकार (Ego) भी बढ़ रहा है। बच्चे बड़ों से सीखने के बजाय उन्हें नासमझ समझते हैं। यही वजह है कि परिवार और समाज में संस्कारहीनता बढ़ रही है।
समाधान – संस्कार कैसे लाएं?
✔️ Value-based Education System लागू करनी चाहिए।
✔️ माता-पिता बच्चों को केवल सफलता का नहीं बल्कि अच्छे संस्कारों का महत्व भी समझाएं।
✔️ बच्चों को Indian Culture, Moral Stories और Character Building Activities से जोड़ें।
✔️ संयुक्त परिवार की परंपरा को पुनः जीवित करना चाहिए।
✔️ Digital Era में भी बच्चों को Spiritual Education और Family Values सिखाना ज़रूरी है।
FAQs
Q1. आधुनिक समय में संस्कारों की कमी क्यों है?
👉 इसका मुख्य कारण है आधुनिक शिक्षा में नैतिक मूल्यों की कमी, माता-पिता का दबाव और संयुक्त परिवार का टूटना।
Q2. बच्चों में अच्छे संस्कार कैसे डाले जा सकते हैं?
👉 बच्चों को परिवार के बुजुर्गों से जोड़ें, नैतिक कहानियां सुनाएं, धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल करें।
Q3. क्या शिक्षा और संस्कार एक-दूसरे के विरोधी हैं?
👉 बिल्कुल नहीं। असली शिक्षा वही है जिसमें ज्ञान के साथ-साथ संस्कार भी हों।
Q4. Parenting में क्या भूमिका है?
👉 माता-पिता बच्चे के पहले शिक्षक होते हैं। अगर वे समय निकालकर बच्चों को अच्छे मूल्यों की शिक्षा दें तो समाज संस्कारी बनेगा।
Q5. Value-based Education क्यों ज़रूरी है?
👉 क्योंकि यह बच्चों में केवल अकादमिक ज्ञान ही नहीं बल्कि जीवन के लिए आवश्यक नैतिक और सामाजिक गुण भी विकसित करती है।